Saturday, December 27, 2014

गालियां ही गालि‍यां

आली आली आली आली 
आली आली गाली आली 
गाली गाली गाली आली 
आली आली आली गाली 
गाली का हुआ जमाना 
गाली का हुआ जमाना 
खाके इसे मर जाना 
नजर कहीं ना आना 
गलती से ना दि‍ख जाना 
क्‍यूंकि 
गालि‍यां ही गालि‍यां 
हर तरफ हैं गालि‍यां 
गालि‍यों से भर गईं 
हर शहर की नालि‍यां 
गांव में खेत में 
नदी में रेत में 
भूखे के पेट में 
चवन्‍नी के रेट में 
धरम धुर बवालि‍यां 
और उनकी गालि‍यां
गालि‍यां ही गालि‍यां 
हर तरफ हैं गालि‍यां 
ट्रेनिंग चारों ओर है 
मा बहन का शोर है 
बेटी बहू साथ सब 
जाना कि‍स ओर है
आंख थी, वो फूट चुकी 
नजर क्‍यूं सवालि‍या 
गालियां ही गालि‍यां 
हर तरफ हैं गालि‍यां।

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