नतमस्तक मोदक की नाजायज औलादें (21)
प्रश्न- ये 2021 क्या है?
उत्तर- टारगेट है
प्रश्न- कैसा टारगेट?
उत्तर- हिंदू राष्ट्र का
प्रश्न- कैसा हिंदू राष्ट्र?
उत्तर- जिसमें सिर्फ हिंदू ही रहेंगे, और कोई नहीं
प्रश्न- बाकी लोग कहां जाएंगे?
उत्तर- सब हिंदू बन जाएंगे
प्रश्न- और जो नहीं बने?
उत्तर- वो बिंदू बन जाएंगे
प्रश्न- बिंदू से आपका क्या मतलब?
उत्तर- सिकुड़कर बिंदू बन जाएंगे
प्रश्न- वो कैसे?
उत्तर- ज्यादा बनो मत, तुमको सब पता है
प्रश्न- मुझे क्या पता है?
उत्तर- डबलरोटी बन जाएंगे
प्रश्न- मतलब आप कत्लेआम करेंगे?
उत्तर- नहीं भो*** राम नाम करेंगे
प्रश्न- पर ये तो गलत है?
उत्तर- तभी तो हम सही कर रहे हैं
प्रश्न- मतलब आपका ये काम गलत है?
उत्तर- चूतिये, बता तो रहे हैं कि सही काम कर रहे हैं
प्रश्न- आइसिस वाले भी मुस्लिम दुनिया बनाने की बात कहते हैं?
उत्तर- तो उनसे हिंदू ही मुकाबला कर पाएगा
प्रश्न- तो क्या इसीलिए आप हिंदू राष्ट्र बना रहे हैं?
उत्तर- तुमको दुनिया की पालीटिक्स नहीं पता
प्रश्न- पर भारत तो कई धर्मों का देश है?
उत्तर- भारत कोई नाम नहीं है। ये हिंदुस्तान है
प्रश्न- पर हिंदुस्तान भी तो सिंधु नदी पर पड़ा, हिंदुओं पर तो पड़ा नहीं?
उत्तर- चूतिये हो। सिंधु के किनारे सब हिंदू रहते थे
प्रश्न- ये आप कैसे कह सकते हैं?
उत्तर- भगवान राम की मूर्तियां मिली हैं वहां।
प्रश्न- पर जन्मभूमि तो आपके मुताबिक अयोध्या में है?
उत्तर- अबे लंका जाते वक्त भगवान राम वहां गए थे
प्रश्न- और कहां कहां गए थे भगवान राम?
उत्तर- तुम्हारी बीवी शहर में किस किस के घर जाती है, बताएं?
प्रश्न- मतलब आपमें और आइसिस वालों में कोई फर्क नहीं?
उत्तर- चूतिये हो तुम। कटुओं से हमारा क्या मुकाबला?
प्रश्न- तालिबानी भी तो यही कर रहे हैं?
उत्तर- क्या कर रहे हैं? वो चूतिये हैं साले उनको ठीक से करना नहीं आता
प्रश्न- क्यों?
उत्तर- क्योंकि वो कटुए हैं
प्रश्न- और आप क्या हैं?
उत्तर- आंख है कि बटन बे? दिखता नहीं तुमको या आज चार पैग ज्यादा लगाए हो?
प्रश्न- तो आप मानते हैं कि आप भी तालिबानी हैं?
उत्तर- तुम्हारी गां*** आज टूटेगी बेटा। तब तुम्हारी समझ में आएगा
उत्तर- टारगेट है
प्रश्न- कैसा टारगेट?
उत्तर- हिंदू राष्ट्र का
प्रश्न- कैसा हिंदू राष्ट्र?
उत्तर- जिसमें सिर्फ हिंदू ही रहेंगे, और कोई नहीं
प्रश्न- बाकी लोग कहां जाएंगे?
उत्तर- सब हिंदू बन जाएंगे
प्रश्न- और जो नहीं बने?
उत्तर- वो बिंदू बन जाएंगे
प्रश्न- बिंदू से आपका क्या मतलब?
उत्तर- सिकुड़कर बिंदू बन जाएंगे
प्रश्न- वो कैसे?
उत्तर- ज्यादा बनो मत, तुमको सब पता है
प्रश्न- मुझे क्या पता है?
उत्तर- डबलरोटी बन जाएंगे
प्रश्न- मतलब आप कत्लेआम करेंगे?
उत्तर- नहीं भो*** राम नाम करेंगे
प्रश्न- पर ये तो गलत है?
उत्तर- तभी तो हम सही कर रहे हैं
प्रश्न- मतलब आपका ये काम गलत है?
उत्तर- चूतिये, बता तो रहे हैं कि सही काम कर रहे हैं
प्रश्न- आइसिस वाले भी मुस्लिम दुनिया बनाने की बात कहते हैं?
उत्तर- तो उनसे हिंदू ही मुकाबला कर पाएगा
प्रश्न- तो क्या इसीलिए आप हिंदू राष्ट्र बना रहे हैं?
उत्तर- तुमको दुनिया की पालीटिक्स नहीं पता
प्रश्न- पर भारत तो कई धर्मों का देश है?
उत्तर- भारत कोई नाम नहीं है। ये हिंदुस्तान है
प्रश्न- पर हिंदुस्तान भी तो सिंधु नदी पर पड़ा, हिंदुओं पर तो पड़ा नहीं?
उत्तर- चूतिये हो। सिंधु के किनारे सब हिंदू रहते थे
प्रश्न- ये आप कैसे कह सकते हैं?
उत्तर- भगवान राम की मूर्तियां मिली हैं वहां।
प्रश्न- पर जन्मभूमि तो आपके मुताबिक अयोध्या में है?
उत्तर- अबे लंका जाते वक्त भगवान राम वहां गए थे
प्रश्न- और कहां कहां गए थे भगवान राम?
उत्तर- तुम्हारी बीवी शहर में किस किस के घर जाती है, बताएं?
प्रश्न- मतलब आपमें और आइसिस वालों में कोई फर्क नहीं?
उत्तर- चूतिये हो तुम। कटुओं से हमारा क्या मुकाबला?
प्रश्न- तालिबानी भी तो यही कर रहे हैं?
उत्तर- क्या कर रहे हैं? वो चूतिये हैं साले उनको ठीक से करना नहीं आता
प्रश्न- क्यों?
उत्तर- क्योंकि वो कटुए हैं
प्रश्न- और आप क्या हैं?
उत्तर- आंख है कि बटन बे? दिखता नहीं तुमको या आज चार पैग ज्यादा लगाए हो?
प्रश्न- तो आप मानते हैं कि आप भी तालिबानी हैं?
उत्तर- तुम्हारी गां*** आज टूटेगी बेटा। तब तुम्हारी समझ में आएगा
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