नतमस्तक मोदक की नाजायज औलादें (20)
प्रश्न- स्पाइस जेट को पैसे दे दिए?
उत्तर- तो कौन सा आसमान टूट पड़ा?
प्रश्न- जनता के पैसे थे वो?
उत्तर- जब किंगफिशर को दिए थे, तब क्यों नहीं बोले थे?
प्रश्न- तब आप ने सवाल उठाए थे?
उत्तर- तो? अब उन्हें उठाने दो।
प्रश्न- ये आपका विकास है?
उत्तर- अबे तो विकास उड़ने वाले ही तो करेंगे। रेंगने वाले कौन सा विकास करते हैं?
प्रश्न- पर रेल किराये में तो आप जनता को लूट रहे हैं?
उत्तर- सुविधा दे रहे हैं तो पैसा ले रहे हैं। फ्री में थोड़े लूट रहे हैं?
प्रश्न- गरीब आदमी के लिए कोई सुविधा नहीं दी?
उत्तर- गरीब रथ दिया है उनके लिए
प्रश्न- पर वो तो कांग्रेस ने दिया था?
उत्तर- अबे तो चूतिये, चला कौन रहा है बे गरीब रथ? चला तो हमी रहे हैं
प्रश्न- गरीब मारा जा रहा है?
उत्तर- उसके कर्म ही ऐसे हैं। गीता नहीं पढ़ी जो जैसे कर्म करता है, वैसा भुगतता है
प्रश्न- पेशावर में गरीब बच्चों पर हमला हुआ?
उत्तर- अच्छा हुआ, अभी और होना चाहिए
प्रश्न- सौ से ज्यादा बच्चे कत्ल हो गए?
उत्तर- 1100 होने चाहिए थे। साले कल को आतंकवादी बनेंगे
प्रश्न- पूरी दुनिया शोक में है?
उत्तर- नक्सली हमले पर तो कोई शोक नहीं हुआ था? हरामी स्टालिन की नाजायज औलादों को ही है ज्यादा शोक फोक।
प्रश्न- मौतें किसी की भी हों, शोक तो होता ही है?
उत्तर- कटुओं की मौत का हमें कोई शोक नहीं। उन्होंने भारत पर हमला किया था
प्रश्न- मतलब आपको जरा सा भी गम नहीं?
उत्तर- तुमको तो है ना? तुम रम के दो पैग और पी लेना
प्रश्न- आपमें जरा सी भी मानवियता नहीं है?
उत्तर- कसाब ने दिखाई थी ना तुम्हारी ये मानवियता?
प्रश्न- कसाब ने भी बेगुनाहों को मारा, तालिबानियों ने भी?
उत्तर- तालिबानी तालिबानी लड़ रहे हैं तो तुमको क्या? उनने पैदा किया, वो जाने
प्रश्न- हाफिज सईद ने नमो पर आरोप लगाया है हमले का?
उत्तर- काश ये आरोप सही होता
प्रश्न- आपका मतलब आप बच्चों के मारे जाने की वकालत कर रहे हैं?
उत्तर- तुम आखिरी बार अपने बच्चे से कब मिले?
प्रश्न- आप भी तो देश में कत्लेआम मचाते हैं?
उत्तर- हम धर्म का काम करते हैं। धर्म में शत्रुवध जायज है।
प्रश्न- तो क्या इसीलिए आप हत्याएं करते हैं?
उत्तर- हमने कौन सी हत्या की बे? भो**** के फालतू के इल्जाम ना लगाया करो
प्रश्न- आपके लोगों ने तो की हत्याएं?
उत्तर- उन्होंने भी कोई हत्या नहीं की
प्रश्न- तो क्या किया?
उत्तर- वध किया।
प्रश्न- तो तालिबानी क्या करते हैं?
उत्तर- झां*** उखाड़ते हैं भो*** के। हमसे क्यूं पूछते हो? गां*** में दम हो तो किसी तालिबानी से पूछकर दिखाओ
प्रश्न- फिलहाल तो आप ही सामने हैं?
उत्तर- हम सामने हैं तो क्या सिर पर चढ़कर मूतोगे। निकल लो बहुत तेजी से यहां से।
उत्तर- तो कौन सा आसमान टूट पड़ा?
प्रश्न- जनता के पैसे थे वो?
उत्तर- जब किंगफिशर को दिए थे, तब क्यों नहीं बोले थे?
प्रश्न- तब आप ने सवाल उठाए थे?
उत्तर- तो? अब उन्हें उठाने दो।
प्रश्न- ये आपका विकास है?
उत्तर- अबे तो विकास उड़ने वाले ही तो करेंगे। रेंगने वाले कौन सा विकास करते हैं?
प्रश्न- पर रेल किराये में तो आप जनता को लूट रहे हैं?
उत्तर- सुविधा दे रहे हैं तो पैसा ले रहे हैं। फ्री में थोड़े लूट रहे हैं?
प्रश्न- गरीब आदमी के लिए कोई सुविधा नहीं दी?
उत्तर- गरीब रथ दिया है उनके लिए
प्रश्न- पर वो तो कांग्रेस ने दिया था?
उत्तर- अबे तो चूतिये, चला कौन रहा है बे गरीब रथ? चला तो हमी रहे हैं
प्रश्न- गरीब मारा जा रहा है?
उत्तर- उसके कर्म ही ऐसे हैं। गीता नहीं पढ़ी जो जैसे कर्म करता है, वैसा भुगतता है
प्रश्न- पेशावर में गरीब बच्चों पर हमला हुआ?
उत्तर- अच्छा हुआ, अभी और होना चाहिए
प्रश्न- सौ से ज्यादा बच्चे कत्ल हो गए?
उत्तर- 1100 होने चाहिए थे। साले कल को आतंकवादी बनेंगे
प्रश्न- पूरी दुनिया शोक में है?
उत्तर- नक्सली हमले पर तो कोई शोक नहीं हुआ था? हरामी स्टालिन की नाजायज औलादों को ही है ज्यादा शोक फोक।
प्रश्न- मौतें किसी की भी हों, शोक तो होता ही है?
उत्तर- कटुओं की मौत का हमें कोई शोक नहीं। उन्होंने भारत पर हमला किया था
प्रश्न- मतलब आपको जरा सा भी गम नहीं?
उत्तर- तुमको तो है ना? तुम रम के दो पैग और पी लेना
प्रश्न- आपमें जरा सी भी मानवियता नहीं है?
उत्तर- कसाब ने दिखाई थी ना तुम्हारी ये मानवियता?
प्रश्न- कसाब ने भी बेगुनाहों को मारा, तालिबानियों ने भी?
उत्तर- तालिबानी तालिबानी लड़ रहे हैं तो तुमको क्या? उनने पैदा किया, वो जाने
प्रश्न- हाफिज सईद ने नमो पर आरोप लगाया है हमले का?
उत्तर- काश ये आरोप सही होता
प्रश्न- आपका मतलब आप बच्चों के मारे जाने की वकालत कर रहे हैं?
उत्तर- तुम आखिरी बार अपने बच्चे से कब मिले?
प्रश्न- आप भी तो देश में कत्लेआम मचाते हैं?
उत्तर- हम धर्म का काम करते हैं। धर्म में शत्रुवध जायज है।
प्रश्न- तो क्या इसीलिए आप हत्याएं करते हैं?
उत्तर- हमने कौन सी हत्या की बे? भो**** के फालतू के इल्जाम ना लगाया करो
प्रश्न- आपके लोगों ने तो की हत्याएं?
उत्तर- उन्होंने भी कोई हत्या नहीं की
प्रश्न- तो क्या किया?
उत्तर- वध किया।
प्रश्न- तो तालिबानी क्या करते हैं?
उत्तर- झां*** उखाड़ते हैं भो*** के। हमसे क्यूं पूछते हो? गां*** में दम हो तो किसी तालिबानी से पूछकर दिखाओ
प्रश्न- फिलहाल तो आप ही सामने हैं?
उत्तर- हम सामने हैं तो क्या सिर पर चढ़कर मूतोगे। निकल लो बहुत तेजी से यहां से।
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