नतमस्तक मोदक की नाजायज औलादें- फोटो कैसे देखें (1)
प्रश्न- इस फोटो को आप कैसे देखते हैं?
उत्तर- ये तीन तीलियां हैं। पहली तीली, तीसरी तीली से बड़ी है लेकिन बीच की तीली भी आखिरी तीली से बड़ी है। आमतौर पर हम बड़ी तीली निकालते हैं, पर कभी अगर वो काम नहीं करती है तो बीच की तीली से भी काम चला लेते हैं। तीलियों की सबसे ज्यादा डिमांड हम कभी भी और कहीं भी पैदा कर सकते हैं। इस डिमांड में हम बड़ी तीली के साथ चार छोटी तीली फ्री में देते हैं ताकि एक भी कटुए माद**** का घर बचा ना रह पाए। हम बहुत अच्छे से इन तीलियों का मतलब समझते हैं और समय समय पर कुटओं और क्रिस्तानों हरामियों को समझाते रहे हैं। ये तीलियां असल में तीलियां नहीं, धरम पताका का वो बांस है, जो हम कभी मुजफ्फरनगर तो कभी फैजाबाद और तो कभी बरेली अलीगढ़ मेरठ में करते रहते हैं। और हां, तीलियों की यू तस्वीर हमने इटली में रहने वाले फ्रांसेस्को (www.facebook.com/francesco.arminante) से खिंचाई है। इसके लिए हमने उन्हें कुछ भी नहीं दिया है क्योंकि तीलियों का काम जलाना होता है, देना नहीं। इतिहास गवाह है कि हमने आग से जलाना ही सीखा है बनाना नहीं सीखा है। अब, जबकि धरमयुग आ गया है तो तीलियाें यानि की धरम का बांस सबकी गां*** में करने का भी वक्त आ गया है। इसलिए पहली फोटो हम आप लोगों को तीली पर ही समझा रहा हूं। बुझाया?
उत्तर- ये तीन तीलियां हैं। पहली तीली, तीसरी तीली से बड़ी है लेकिन बीच की तीली भी आखिरी तीली से बड़ी है। आमतौर पर हम बड़ी तीली निकालते हैं, पर कभी अगर वो काम नहीं करती है तो बीच की तीली से भी काम चला लेते हैं। तीलियों की सबसे ज्यादा डिमांड हम कभी भी और कहीं भी पैदा कर सकते हैं। इस डिमांड में हम बड़ी तीली के साथ चार छोटी तीली फ्री में देते हैं ताकि एक भी कटुए माद**** का घर बचा ना रह पाए। हम बहुत अच्छे से इन तीलियों का मतलब समझते हैं और समय समय पर कुटओं और क्रिस्तानों हरामियों को समझाते रहे हैं। ये तीलियां असल में तीलियां नहीं, धरम पताका का वो बांस है, जो हम कभी मुजफ्फरनगर तो कभी फैजाबाद और तो कभी बरेली अलीगढ़ मेरठ में करते रहते हैं। और हां, तीलियों की यू तस्वीर हमने इटली में रहने वाले फ्रांसेस्को (www.facebook.com/francesco.arminante) से खिंचाई है। इसके लिए हमने उन्हें कुछ भी नहीं दिया है क्योंकि तीलियों का काम जलाना होता है, देना नहीं। इतिहास गवाह है कि हमने आग से जलाना ही सीखा है बनाना नहीं सीखा है। अब, जबकि धरमयुग आ गया है तो तीलियाें यानि की धरम का बांस सबकी गां*** में करने का भी वक्त आ गया है। इसलिए पहली फोटो हम आप लोगों को तीली पर ही समझा रहा हूं। बुझाया?
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