नतमस्तक मोदक की नाजायज औलादें- फोटो कैसे देखें (2)
प्रश्न- इस फोटो को आप कैसे देखते हैं?
उत्तर- झां*** भर की इस फोटो में तीस लोग एक साथ बैठे हुए हैं। ये जो टोपी वाले लोग इस फोटो में दिख रहे हैं, साले पहले कटुए थे। इन्हें हमने बताया कि बेटा, सीधे सीधे हमारा धर्म मान लो, नहीं तो जिस माचिस की तीली से हवन में आ लगा रहे हैं, उसका बांस बनाकर तुम्हारी गां**** में खोंस देंगे। फिर ना कहना बताया नहीं। फोटो में कुल जमा पांच बच्चे भी नजर आ रहे हैं, जिनको हमने हिंदू बनाया है। हालांकि पवित्र हवनकुंड से निकले धुंए से एक बच्ची की आंख में तकलीफ है और वो रो रही है, पर हमें पता है कि असल में वो रोना नहीं है। वो तो पवित्रीकरण के दौरान हुआ पावनीकरण है। हवन कुंड के ठीक बगल जो आहुति रखी गई है, वह शुद्ध गाय के गोबर से बनी है। आजकल गायें भी बहुत अशुद्ध हो गई हैं। ऐसा तबसे हुआ, जबसे हमारी गायें कटुओं की बकरियों से मिलने लगी हैं। इसीलिए हमारे हिंदू भाई ऐसी अशुद्ध गायों को कटवाकर हिंदू धरम की रक्षा करते हैं। हम जात पात पर ध्यान नहीं देते, इसीलिए पवित्रीकरण की पूरी प्रक्रिया सिंघल जी ने खुद अपने हाथों से की है। उनके साथ वर्मा जी और अग्रवाल जी भी थे, पर हमने बिलकुल भी किसी ब्राह्म्ण को इसमें शामिल नहीं किया।
उत्तर- झां*** भर की इस फोटो में तीस लोग एक साथ बैठे हुए हैं। ये जो टोपी वाले लोग इस फोटो में दिख रहे हैं, साले पहले कटुए थे। इन्हें हमने बताया कि बेटा, सीधे सीधे हमारा धर्म मान लो, नहीं तो जिस माचिस की तीली से हवन में आ लगा रहे हैं, उसका बांस बनाकर तुम्हारी गां**** में खोंस देंगे। फिर ना कहना बताया नहीं। फोटो में कुल जमा पांच बच्चे भी नजर आ रहे हैं, जिनको हमने हिंदू बनाया है। हालांकि पवित्र हवनकुंड से निकले धुंए से एक बच्ची की आंख में तकलीफ है और वो रो रही है, पर हमें पता है कि असल में वो रोना नहीं है। वो तो पवित्रीकरण के दौरान हुआ पावनीकरण है। हवन कुंड के ठीक बगल जो आहुति रखी गई है, वह शुद्ध गाय के गोबर से बनी है। आजकल गायें भी बहुत अशुद्ध हो गई हैं। ऐसा तबसे हुआ, जबसे हमारी गायें कटुओं की बकरियों से मिलने लगी हैं। इसीलिए हमारे हिंदू भाई ऐसी अशुद्ध गायों को कटवाकर हिंदू धरम की रक्षा करते हैं। हम जात पात पर ध्यान नहीं देते, इसीलिए पवित्रीकरण की पूरी प्रक्रिया सिंघल जी ने खुद अपने हाथों से की है। उनके साथ वर्मा जी और अग्रवाल जी भी थे, पर हमने बिलकुल भी किसी ब्राह्म्ण को इसमें शामिल नहीं किया।
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