नतमस्तक मोदक की नाजायज औलादें (23)
प्रश्न- आपने भागवत का बयान सुना?
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- बताइये तो सही, क्या आपने भागवत का बयान सुना?
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- उन्होंने कहा कि जवानी जाने से पहले हिंदू राष्ट्र बना देंगे, इसपर आपको कुछ कहना है?
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- मतलब आपको कुछ नहीं कहना?
उत्तर- आज साले तुमको कोई जवाब नहीं देंगे। शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- पर क्यों नहीं देंगे?
उत्तर- तुम साले हमको बहुत चूतिया बनाए हो। शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- फिर भी, भागवत के कहे से आप तो जोश में होंगे?
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- अच्छा चलिए, किसी से नहीं कहूंगा?
उत्तर- तुम साले चार गांव गाते हो, झां*** बात नहीं करूंगा
प्रश्न- किसी से नहीं कहूंगा। अब तो बताइये?
उत्तर- तुम दोगले हो हरामी, तुम्हारा कौन विश्वास?
प्रश्न- पक्का वादा करता हूं। अब तो बताइये, भागवत का बयान सुना?
उत्तर- सुना। शेर की तरह दहाड़ के बोले। हरामी कटुओं की तो फट के हाथ में आ रही होगी
प्रश्न- आपको लगता है कि भागवत को युवाओं की चिंता है?
उत्तर- हमको तो तुम्हारी चिंता है, बताए नहीं भो**** के, दिल्ली में काम कैसे चलाते हो?
प्रश्न- सवाल का जवाब दीजिए?
उत्तर- तो किसको चिंता है बे? पप्पू को चिंता है तो बताओ?
प्रश्न- भागवत ने ऐसा क्यों कहा?
उत्तर- सही कहा, शेर दहाड़ रहा है। बेटा आज ना फंसने वाले :P
प्रश्न- कोई नहीं। ये बताइये, आपके यहां सब शेर हैं?
उत्तर- ये वीरों की धरती है। शेर ही वीर होते हैं और वीर ही शेर होते हैं
प्रश्न- आपके यहां इंसान या आदमी नाम का भी कोई चीज होता है?
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है। देखा भो*** के। :P
प्रश्न- शेर जंगल में होता है, तो क्या माना जाए कि देश भी जंगल ही है?
उत्तर- जंगल नहीं तो क्या झां*** है बे? शेर ही जंगल पर राज करता है
प्रश्न- मतलब जंगलराज चल रहा है ?
उत्तर- धर्म का राज तो तुम हरामी स्टालिन की नाजायज औलादों को चुभेगा ही। साले दोगले कहीं के
प्रश्न- आप मुझे बार बार दोगला क्यों कह रहे हैं?
उत्तर- रायपुर में हमसे लेकर भो*** के हमी से सवाल पूछते हो? तुम्हारी तो पूरी जात ही दोगली है मा*********।
प्रश्न- मैं रायपुर नहीं गया?
उत्तर- तेरे सगे वाले तो गए थे हरामी? अब बोलो, लौकी की तरह मुंह काहे लटक रहा है?
प्रश्न- जो लोग गए हैं, वक्त उनका इतिहास लिखेगा, लिख रहा है?
उत्तर- वक्त झां*** लिखता है और झां**** लिखेगा। तुम बताओ, तुमने कौन सी झां*** उखाड़ ली दोगले साले?
प्रश्न- मैने भी उनके खिलाफ लिखा?
उत्तर- तुम्हारी सुनता कौन है बे?
प्रश्न- कोई तो सुनता होगा?
उत्तर- झां**** कोई सुनता होगा। तुम्हारी कोई नहीं सुनता। हमी सुनते हैं और साले हमी को गाली देते हो
प्रश्न- खैर, आप जरा इस जंगलराज के कांसेप्ट का खुलासा कीजिए?
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- फिर वही बात?
उत्तर- आज न फंसा पाओगे बेटा :P
प्रश्न- मतलब आज आप का शेर सिर्फ दहाड़ता ही रहेगा?
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- और कुछ बोलेगा नहीं?
उत्तर- तुम ज्यादा बोलोगे तो तुमको खा जाएगा
प्रश्न- पर...
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है। अब निकल लो पतली गली से, इससे पहले कि शेर तुमको खाए।
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- बताइये तो सही, क्या आपने भागवत का बयान सुना?
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- उन्होंने कहा कि जवानी जाने से पहले हिंदू राष्ट्र बना देंगे, इसपर आपको कुछ कहना है?
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- मतलब आपको कुछ नहीं कहना?
उत्तर- आज साले तुमको कोई जवाब नहीं देंगे। शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- पर क्यों नहीं देंगे?
उत्तर- तुम साले हमको बहुत चूतिया बनाए हो। शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- फिर भी, भागवत के कहे से आप तो जोश में होंगे?
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- अच्छा चलिए, किसी से नहीं कहूंगा?
उत्तर- तुम साले चार गांव गाते हो, झां*** बात नहीं करूंगा
प्रश्न- किसी से नहीं कहूंगा। अब तो बताइये?
उत्तर- तुम दोगले हो हरामी, तुम्हारा कौन विश्वास?
प्रश्न- पक्का वादा करता हूं। अब तो बताइये, भागवत का बयान सुना?
उत्तर- सुना। शेर की तरह दहाड़ के बोले। हरामी कटुओं की तो फट के हाथ में आ रही होगी
प्रश्न- आपको लगता है कि भागवत को युवाओं की चिंता है?
उत्तर- हमको तो तुम्हारी चिंता है, बताए नहीं भो**** के, दिल्ली में काम कैसे चलाते हो?
प्रश्न- सवाल का जवाब दीजिए?
उत्तर- तो किसको चिंता है बे? पप्पू को चिंता है तो बताओ?
प्रश्न- भागवत ने ऐसा क्यों कहा?
उत्तर- सही कहा, शेर दहाड़ रहा है। बेटा आज ना फंसने वाले :P
प्रश्न- कोई नहीं। ये बताइये, आपके यहां सब शेर हैं?
उत्तर- ये वीरों की धरती है। शेर ही वीर होते हैं और वीर ही शेर होते हैं
प्रश्न- आपके यहां इंसान या आदमी नाम का भी कोई चीज होता है?
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है। देखा भो*** के। :P
प्रश्न- शेर जंगल में होता है, तो क्या माना जाए कि देश भी जंगल ही है?
उत्तर- जंगल नहीं तो क्या झां*** है बे? शेर ही जंगल पर राज करता है
प्रश्न- मतलब जंगलराज चल रहा है ?
उत्तर- धर्म का राज तो तुम हरामी स्टालिन की नाजायज औलादों को चुभेगा ही। साले दोगले कहीं के
प्रश्न- आप मुझे बार बार दोगला क्यों कह रहे हैं?
उत्तर- रायपुर में हमसे लेकर भो*** के हमी से सवाल पूछते हो? तुम्हारी तो पूरी जात ही दोगली है मा*********।
प्रश्न- मैं रायपुर नहीं गया?
उत्तर- तेरे सगे वाले तो गए थे हरामी? अब बोलो, लौकी की तरह मुंह काहे लटक रहा है?
प्रश्न- जो लोग गए हैं, वक्त उनका इतिहास लिखेगा, लिख रहा है?
उत्तर- वक्त झां*** लिखता है और झां**** लिखेगा। तुम बताओ, तुमने कौन सी झां*** उखाड़ ली दोगले साले?
प्रश्न- मैने भी उनके खिलाफ लिखा?
उत्तर- तुम्हारी सुनता कौन है बे?
प्रश्न- कोई तो सुनता होगा?
उत्तर- झां**** कोई सुनता होगा। तुम्हारी कोई नहीं सुनता। हमी सुनते हैं और साले हमी को गाली देते हो
प्रश्न- खैर, आप जरा इस जंगलराज के कांसेप्ट का खुलासा कीजिए?
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- फिर वही बात?
उत्तर- आज न फंसा पाओगे बेटा :P
प्रश्न- मतलब आज आप का शेर सिर्फ दहाड़ता ही रहेगा?
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है
प्रश्न- और कुछ बोलेगा नहीं?
उत्तर- तुम ज्यादा बोलोगे तो तुमको खा जाएगा
प्रश्न- पर...
उत्तर- शेर दहाड़ रहा है। अब निकल लो पतली गली से, इससे पहले कि शेर तुमको खाए।
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