नतमस्तक मोदक की नाजायज औलादें (16)
प्रश्न- क्या आप वास्तु शास्त्र मानते हैं?
उत्तर- ये क्या है यार... तुम कभी काम शास्त्र पूछते हो, कभी वास्तु शास्त्र। ढंग की भी बात किया करो
प्रश्न- बताइये, मानते हैं?
उत्तर- हमने अपने घर की रसोई, बाथरूम और पूजाघर वास्तुशास्त्र के हिसाब से बनवाई है
प्रश्न- क्या जानते हैं वास्तुशास्त्र के बारे में?
उत्तर- ये बहुत गंभीर विज्ञान होता है।
प्रश्न- कैसा विज्ञान?
उत्तर- गंभीर। बहुत गंभीर लोग ही इसका अध्ययन कर पाते हैं।
प्रश्न- क्या आपने कभी किया इसका अध्ययन?
उत्तर- कभी कभार इंटरनेट पे पढ़ लेते हैं
प्रश्न- क्या लगा पढ़कर?
उत्तर- ये चारों दिशाओं का ज्ञान होता है। इसमें प्रकाश और गर्मी और सर्दी के अच्छे इंतजाम के बारे में बड़े ही वैज्ञानिक तरीके से बताया जाता है
प्रश्न- आपने साहेब का नया ट्वीट पढ़ा?
उत्तर- हां, अपनी वाल पे भी शेयर किया था और नमो नारायण में भी तीन बार अपडेट किया था
प्रश्न- उसका मतलब बताएंगे?
उत्तर- ये उनकी वैज्ञानिक सोच है। हमने उनसे गंभीर और दूरदृष्टि वाला नेता कभी नहीं देखा
प्रश्न- उनके ट्वीट का आपने क्या अर्थ लगाया?
उत्तर- वो देश को एक घर मानते हुए वास्तुशास्त्र के हिसाब से उसका नक्शा ठीक करने की बात कर रहे हैं
प्रश्न- पर वो तो सीधे कह सकते थे कि नॉर्थ ईस्ट पर ध्यान देना होगा?
उत्तर- अरे तो ऐसे कह दिया तो क्या गुनाह कर दिया?
प्रश्न- आपके वो सीधे बात कब करते हैं?
उत्तर- हमेशा सीधे ही बात करते हैं
प्रश्न- शायद सीधे सीधे ही कहा था काला धन लाएंगे?
उत्तर- हां तो, ले तो आए
प्रश्न- कहां है काला धन?
उत्तर- काला है, इसलिए दिखेगा नहीं
प्रश्न- पर सबके एकाउंट में जाने थे?
उत्तर- हम अभी इतने पापी नहीं कि काला धन स्वीकार करें
प्रश्न- फिर क्या होगा उस पैसे का?
उत्तर- जो नमो चाहेंगे
प्रश्न- और नमो क्या चाहेंगे?
उत्तर- ये किसी से नहीं छुपा है। वो कोई भी चीज नहीं छुपाते
प्रश्न- पर उन्होंने तो अपनी पत्नी को छुपाया?
उत्तर- तुम अपनी पत्नी से क्यों अलग रहते हो, कहो तो सबको बता दें
प्रश्न- वो अपनी पत्नी को स्वीकार क्यों नहीं कर रहे?
उत्तर- वो सीता हैं। आश्रम में रहती हैं
प्रश्न- आश्रम में क्यों रहती हैं?
उत्तर- क्योंकि भगवान बुद्ध शांति के कार्य को निकले हैं
प्रश्न- आपका मतलब वो यशोधरा हैं?
उत्तर- हां, नाम भी तो उनका वही है। जसोदाबेन- यशोधरा
प्रश्न- आप दोनों को एक साथ देखना चाहते हैं?
उत्तर- ऐसा मुमकिन नहीं।
प्रश्न- देखना चाहते हैं या नहीं?
उत्तर- हो जाए तो कोई बुराई नहीं।
उत्तर- ये क्या है यार... तुम कभी काम शास्त्र पूछते हो, कभी वास्तु शास्त्र। ढंग की भी बात किया करो
प्रश्न- बताइये, मानते हैं?
उत्तर- हमने अपने घर की रसोई, बाथरूम और पूजाघर वास्तुशास्त्र के हिसाब से बनवाई है
प्रश्न- क्या जानते हैं वास्तुशास्त्र के बारे में?
उत्तर- ये बहुत गंभीर विज्ञान होता है।
प्रश्न- कैसा विज्ञान?
उत्तर- गंभीर। बहुत गंभीर लोग ही इसका अध्ययन कर पाते हैं।
प्रश्न- क्या आपने कभी किया इसका अध्ययन?
उत्तर- कभी कभार इंटरनेट पे पढ़ लेते हैं
प्रश्न- क्या लगा पढ़कर?
उत्तर- ये चारों दिशाओं का ज्ञान होता है। इसमें प्रकाश और गर्मी और सर्दी के अच्छे इंतजाम के बारे में बड़े ही वैज्ञानिक तरीके से बताया जाता है
प्रश्न- आपने साहेब का नया ट्वीट पढ़ा?
उत्तर- हां, अपनी वाल पे भी शेयर किया था और नमो नारायण में भी तीन बार अपडेट किया था
प्रश्न- उसका मतलब बताएंगे?
उत्तर- ये उनकी वैज्ञानिक सोच है। हमने उनसे गंभीर और दूरदृष्टि वाला नेता कभी नहीं देखा
प्रश्न- उनके ट्वीट का आपने क्या अर्थ लगाया?
उत्तर- वो देश को एक घर मानते हुए वास्तुशास्त्र के हिसाब से उसका नक्शा ठीक करने की बात कर रहे हैं
प्रश्न- पर वो तो सीधे कह सकते थे कि नॉर्थ ईस्ट पर ध्यान देना होगा?
उत्तर- अरे तो ऐसे कह दिया तो क्या गुनाह कर दिया?
प्रश्न- आपके वो सीधे बात कब करते हैं?
उत्तर- हमेशा सीधे ही बात करते हैं
प्रश्न- शायद सीधे सीधे ही कहा था काला धन लाएंगे?
उत्तर- हां तो, ले तो आए
प्रश्न- कहां है काला धन?
उत्तर- काला है, इसलिए दिखेगा नहीं
प्रश्न- पर सबके एकाउंट में जाने थे?
उत्तर- हम अभी इतने पापी नहीं कि काला धन स्वीकार करें
प्रश्न- फिर क्या होगा उस पैसे का?
उत्तर- जो नमो चाहेंगे
प्रश्न- और नमो क्या चाहेंगे?
उत्तर- ये किसी से नहीं छुपा है। वो कोई भी चीज नहीं छुपाते
प्रश्न- पर उन्होंने तो अपनी पत्नी को छुपाया?
उत्तर- तुम अपनी पत्नी से क्यों अलग रहते हो, कहो तो सबको बता दें
प्रश्न- वो अपनी पत्नी को स्वीकार क्यों नहीं कर रहे?
उत्तर- वो सीता हैं। आश्रम में रहती हैं
प्रश्न- आश्रम में क्यों रहती हैं?
उत्तर- क्योंकि भगवान बुद्ध शांति के कार्य को निकले हैं
प्रश्न- आपका मतलब वो यशोधरा हैं?
उत्तर- हां, नाम भी तो उनका वही है। जसोदाबेन- यशोधरा
प्रश्न- आप दोनों को एक साथ देखना चाहते हैं?
उत्तर- ऐसा मुमकिन नहीं।
प्रश्न- देखना चाहते हैं या नहीं?
उत्तर- हो जाए तो कोई बुराई नहीं।
No comments:
Post a Comment