सर्बिया की सुबह
सर्बिया की सुबह
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इन दिनों हम लोग सर्बिया में सर्दियों की शुरुआत का मजा लेने आए हैं। दरअसल हम जिस रास्ते से आए थे, वो दो पहाड़ों के बीच से गुजरता था।
दोनों को जोड़ने के लिए बांस का पुल था जो रस्सी पगहा व खाद बीज विज्ञानी डा. Pintu के भारी भरकम वजन से टूट गया। यहां काम आए फल फ्रूट व अंतरिक्ष पत्थर विज्ञानी डा. Bharat।
उन्होंने अपने गुप्त हथियार से ढेर सारी घास काटी और डा. पिंटू ने तुरंत उसकी रस्सी बनाई। देखते ही देखते हमने पहाड़ पार कर लिया।
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इन दिनों हम लोग सर्बिया में सर्दियों की शुरुआत का मजा लेने आए हैं। दरअसल हम जिस रास्ते से आए थे, वो दो पहाड़ों के बीच से गुजरता था।
दोनों को जोड़ने के लिए बांस का पुल था जो रस्सी पगहा व खाद बीज विज्ञानी डा. Pintu के भारी भरकम वजन से टूट गया। यहां काम आए फल फ्रूट व अंतरिक्ष पत्थर विज्ञानी डा. Bharat।
उन्होंने अपने गुप्त हथियार से ढेर सारी घास काटी और डा. पिंटू ने तुरंत उसकी रस्सी बनाई। देखते ही देखते हमने पहाड़ पार कर लिया।
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