इसके लिए मंच नहीं, मन चाहिए....
इनके लिए मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं, खुद देखिये और शब्द गढ़िये....
इनके लिए मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं, खुद देखिये और शब्द गढ़िये....
अशोक नरायन गुजरात के गृह सचिव रहे हैं। 2002 के दंगों के दौरान सूबे के गृह सचिव वही थे। नरायन रिटायर होने के बाद अब गांधीनगर में रहते हैं।...
3 comments:
देखा.
क्या शब्द गढ़ें...
ऊडन तश्तरी जी, यही तो मुझे भी नही सूझी... सूझती तो कहता ही नही
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