हल्ला बोल मोहल्ला बोल
हल्ला बोल मोहल्ला बोल
हल्ला बोल मोहल्ला बोल
चुप है क्यूं तू लल्ला बोल
खोल जुबां का तल्ला खोल
हल्ला बोल भई हल्ला बोल
रोटी सूखी तेल बीमार
लगने से पहले बिका बजार
नींद में है सारी सरकार
पूछो तो बोलें अल्ला बोल
अब खोल जुबां का तल्ला खोल
हल्ला बोल भई हल्ला बोल।
बरसी धूप फसल बेकार
आया पानी बह गया ज्वार
सोती ससुरी ये सरकार
मांगो तो बोलें लल्ला बोल
खोल जुबां का तल्ला खोल
हल्ला बोल भई हल्ला बोल।
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