मिल गया एक कनेक्शन
चंद लाइने हैं जो शायद ख़ुद को मुबारक बाद देने के लिए हैं, या फ़िर एक बीते हुए युग को याद करके उसे दोबारा वापस पाने की खुशी मे हैं.. मुझे एक इंटरनेट कनेक्शन मिल गया है, जाहिर है, अब ब्लॉग्गिंग फ़िर से शुरू हो सकती है, तकरीबन शुरू हो चुकी है। बजार खुल चुका है... देर है तो अभी दुकानों के लगने की। वैसे शनि बजार की मानिंद सुबह सुबह ही तख्ते गिरने शुरू हो गए हैं.... मिस्टर बजार .... मुबारक हो....
1 comment:
प्रिय राहुल ,
इस आगाज़ को सुनकर बहुत खुशी हुई । सातत्य के साथ शुरु हो जाइए । शुभ कामनाएँ ।
Post a Comment