Monday, November 3, 2014

चोरन के भाग जागा, चीकटन के राज जागा

चोरन के भाग जागा, चीकटन के राज जागा
थैली बचावा भइया,    पि‍परे के भूत भागा।
लुच्‍चन के देस काल,  लफंगन के सारा माल
सील फील हेराय गै,   जहर से सनेह लागा।
रामचंदर   हेरैं कोना,   हनूमान लगावैं दोना
अस्‍सी से दोहराघाट,   बि‍सनाथ चलावैं तांगा।
सरजू कै घाट अबलेक     वइसेन गंधान बा
कनक भवन आरती, महंत लड़ैं दुई दुई हाथा।
गोड़ तूड़ि‍न देस कै,   पि‍ठि‍या पे हाथ दि‍हि‍न,
सीख दि‍हि‍न रामराज,   नास होए तोर राजा।
गंधि‍यो का लूट लि‍हि‍न, पटेलौ नरभसान बाटे
हंसि‍या कोने परी बा, हथौड़ा के कवन आसा।
गांव जंगल बेच भए,           खेतौ बि‍कान बा
केतना गि‍नाई भइया, केतना कि‍हि‍न अपराधा।
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- राइजिंग राहुल (अवध बीज भंडार, हरिंग्‍टनगंज मि‍ल्‍कीपुर खजुरहट वाले)

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