Wednesday, February 14, 2018

नतमस्तक मोदक की नाजायज औलादें- 50

प्रश्न: भगत सिंह को कब फांसी हुई?
उत्तर: आजीके दिन हुई रई।
प्रश्न: आजीका कौन सा दिन?
उत्तर: टुडे हुई रही।
प्रश्न: आज के दिन भगत सिंह को फांसी हुई थी?
उत्तर: नहीं तो कब हुई रही?
प्रश्न: 23 मार्च को हुई थी?
उत्तर: तो?
प्रश्न: तो आज के दिन नहीं हुई थी।
उत्तर: तो?
प्रश्न: तो भगत सिंह का शहादत दिवस क्यों मना रहे हैं? 
उत्तर: हमारी मर्जी। महीना भर पहिले मनाएंगे।
प्रश्न: शहादत दिवस बदल देंगे?
उत्तर: अभी देखो क्या क्या बदल देंगे।
प्रश्न: क्या क्या बदल देंगे?
उत्तर: बंदर बदल देंगे।
प्रश्न: अब ये बंदर कहां से आ गया
उत्तर: बंदर है
प्रश्न: कहां है?
उत्तर: शुरू से है।
प्रश्न: शुरू में कहां से है?
उत्तर: हनुमानगढ़ी की सीढ़ी से।
प्रश्न: ओह
उत्तर: दुबारा बोलियो ओह।
प्रश्न: क्यों?
उत्तर: आह बनाके तुमरी गां में डालनी है।
प्रश्न: फालतू बात मत करिए
उत्तर: तुम फालतू बात मत करो
प्रश्न: आपने ही शहादत को बंदर में बदला
उत्तर: बोल तो रहे हैं
प्रश्न: क्या?
उत्तर: सब बदल देंगे।
प्रश्न: कैसे?
उत्तर: डंडा देखे हो?
प्रश्न: हां
उत्तर: खाए हो?
प्रश्न: दो चार बार
उत्तर: बड़े कमीने हो साले
प्रश्न: क्यों?
उत्तर: अब भी नहीं सुधरे।
प्रश्न: आपने डंडा खाया है?
उत्तर: किसकी मां ने दूध पिलाया है?
प्रश्न: खाया है या नहीं?
उत्तर: पिलाया है या नहीं?
प्रश्न: शहादत मतलब डंडा मारना है?
उत्तर: बदला ले रहे हैं।
प्रश्न: भगत सिंह की शहादत का?
उत्तर: हां।
प्रश्न: भगत सिंह क्यों मरे?
उत्तर: सही बात बोल दें कओ तो।
प्रश्न: हां, सही बात ही बोलिए
उत्तर: नाड़े के ढीले थे।
प्रश्न:  मतलब?
उत्तर: किसी पे लट्टू हो गए थे।
प्रश्न: फिर?
उत्तर: उसी में मारे गए।
प्रश्न: तो शहादत?
उत्तर: वो सब कुछ नहीं
प्रश्न: शहादत कुछ नहीं?
उत्तर: हरामी नक्सलियों की साजिश है
प्रश्न: इसीलिए एक महीना पहले मना रहे हैं?
उत्तर: जवानों को नाड़ा बांधना पड़ेगा।
प्रश्न: नहीं तो?
उत्तर: नाड़ा खोल देंगे।
प्रश्न: आप नाड़ा खोलने निकले हैं?
उत्तर: आज सब खोल देंगे।

नाजायज औेलादें: 14 फरवरी 18 
आज से भगत सिंह एक महीना पहले मारे जाएंगे।


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