Sunday, December 1, 2013

लव जि‍हाद

उज्बेकिस्तान के सोख एन्क्लेव के गांव खुशयार में लव जि‍हाद के नि‍शानात देखता हमारा समाज सुधार वि‍ज्ञानी दल।

यहां पर फैला लव जि‍हाद दीवारों, पत्‍थरों पर तो देखा ही जा सकता है, छतें भी इससे अछूती नहीं रही हैं। हमारे हड्डी सुधार वि‍ज्ञानी डा.पिंटू ति‍वारी की राय थी कि अगर इतना ही लव है तो जि‍हाद की क्‍या जरूरत।

- साथ में भू समाज सुधार वि‍ज्ञानी भारत सिंह।

No comments: