एक तकनीकी प्रेम पत्र
तुम अभी पांच मिनट पहले ऑनलाइन हुई थी ना। हम देखे थे तुम्हरी एफबी पे हरी तो जीचैट पे लाल बत्ती जल रही थी। और तुम जीचैट का स्टेटस भी तो चेंज की थी। क्या तो था कि.. तेरे वादे पे जिए हम तो ये जान
झूठ जाना और पता नहीं क्या दाना पाना। यहां तो हैशटैग बनाने में लगी पड़ी है औ तुम हो कि शायरी दर शायरी टेले रहती हो। र्इमानदारी से बताना, इतनी शायरियां तुम लोग पढ़ती गढ़ती कहां से हो जी। औ ये जो आजकर फोटो दर फोटो टेले रहने का फैशन चला है...हम कितना इंतजार करते हैं तुम्हारी अगली फोटो का... कि काजनी कहां से खिंचा के दन्न से हमें दिक्क कर दो। फोटो-शायरी-कविता-फोटो-शायरी-टैग...। अरे कभी हमें भी तो टैग कर दिया करो.. ;) कितना तो इंतजार किया करते हैं... बैठे-बैठे चैटलिस्ट में तुम्हारा नाम ताका करते हैं.. कि अभी दन्न से हमरी विंडो पे चमत्कार होगा और हम अनिल कपूर त तुम अमृता सिंह बनके प्यार बिना चैन कहां रे गा रहे होंगे...और तुम हो कि टैगे नहीं करती हो। कौनो बात नहीं...डियर... एक दिन तुम हमरी फ्रेंडलिस्ट के बाहर आकर साक्षात हमरे अमर चैट प्रेम का गवाह बनोगी, ई हमका पता है। हमरा पुराना रेकॉर्ड गवाह है। देखो... अभी त तुम्हरी हरी लाल दूनौ बत्ती जली हुई है। हमरी प्रियतमा... एक स्माइली ही भेज दो...केतना दिन से तो तुम्हरी पेंडिंग लिस्ट में लटक रहे हैं।
अच्छा सुनो, हमने तुम्हारी फ्रेंडलिस्ट में ज्यादा कमेंट और लाइक करने वालों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी है। बहुत जल्द तुम्हारी लाइकिंग में इजाफा होगा। देखना...लाइक के चक्कर में हमको लाइक करना न भूल जाना... हम वही हैं जो तुम्हरी हरी बत्ती जलता देख मैसेज आने का इंतजार किया करते हैं। तुम्हरा स्टेटस कभी लाइक त कभी चुपके से बिगेर लाइक किए निकल लिया करते हैं। औ बीच बीच में ई वाला गाना भी सुन लिया करत हैं-- वो जो हममें तुममें जो करार था...तुम्हें याद हो के ना याद हो...। कब आओगी जी तुम... तुम्हरा नीला, हरा, नारंगी औ केतना त केतना सूट देखे एक ठो मेला मा... उफ्फ...
आज ही के बात सुनो, केतना त निहारते रहे थे तुम्हरे स्टेटस पर... का गजबे शायरी टेली थी तुम...एकदम दिल के आरपार हो गई। हमका त लगा कि सीधे हमहीं से बतियाय रही हो... औ हम आंख औ मुंह फाड़े केजरीवाल बने तुम्हरा दांत देख रहे हों। ...प्रिये...एक बार त अपनी हरी बत्ती के परसाद के टरेन इधर भी रवाना कर दो...
तुम्हरा एकतरफा चैटर