थोडा सा झूठ
1
थोडा सा झूठ,
जो मैनें परसों मांगा था,
सिर्फ उधार।
आज जब लौटाने की बात आई
तो सच कैसे बन गया...
2
थोडा सा झूठ,
जो मैनें कल दिया था तुम्हें,
तुम्हारी पोटली में बैठकर सच कैसे बन गया...
3
थोडे थोडे से झूठ,
जो हम रोजमर्रा में दिया करते, लिया करते
रोजमर्रा के सच
कैसे बन गए...
4
थोडा सा झूठ,
मुझे ज्यादा करके दो।
और सुनो,
किसी से कहना मत।
थोडा सा झूठ,
जो मैनें परसों मांगा था,
सिर्फ उधार।
आज जब लौटाने की बात आई
तो सच कैसे बन गया...
2
थोडा सा झूठ,
जो मैनें कल दिया था तुम्हें,
तुम्हारी पोटली में बैठकर सच कैसे बन गया...
3
थोडे थोडे से झूठ,
जो हम रोजमर्रा में दिया करते, लिया करते
रोजमर्रा के सच
कैसे बन गए...
4
थोडा सा झूठ,
मुझे ज्यादा करके दो।
और सुनो,
किसी से कहना मत।