tag:blogger.com,1999:blog-7278137563363677271.post7347431381100706214..comments2024-03-14T00:05:43.330-05:00Comments on bajaar: गालियों के लिए साधुवादUnknownnoreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7278137563363677271.post-11761486818683921242007-03-07T19:40:00.000-06:002007-03-07T19:40:00.000-06:00जनता बेवकूफ नहीं है। न यह मुसोलिनी की इटली है, न ह...जनता बेवकूफ नहीं है। न यह मुसोलिनी की इटली है, न हिटलर की जर्मनी। जनता नहीं चाहेगी तो आर.एस.एस. वहीं रह जाएगी जहाँ है, और चाहेगी तो फिर आप कुछ नहीं कर सकते। यदि आप वास्तव में आर.एस.एस. पर रोक लगाना चाहते हैं, तो अपनी छद्म धर्मनिरपेक्षता पर रोक लगाएँ। इस जैसे बेबुनियाद इलज़ामों वाली पोस्टें और इस जैसी सोच ही लोगों को भाजपा की ओर खींचती है। अब आप के किस किस वाक्य को असत्य साबित किया जाए, यदि आप कुछ पूर्वनिर्धारित धारणाओं को ठान कर चले हैं। आप को आर.एस.एस. के हिन्दूवाद से डर लगता है, तो औरों को अन्य पार्टियों के हिन्दूविरोध से। सही विकल्प होगा तो कौन नहीं चाहेगा। यदि आप को यह पार्टियाँ ग़लत लगती हैं, तो एक दूध से धुली पार्टी या संगठन का नाम बताएँ। सिमी?Kaulhttps://www.blogger.com/profile/16384451615858129858noreply@blogger.com